कौशाम्बी जनपद में भाजपा के बाद सामाजवादी पार्टी ने भी खोले पत्ते लोकसभा चुनाव 2024 में सामाजवादी पार्टी ने कौशाम्बी सुरक्षित सीट पर सबसे कम उम्र के पुष्पेंद्र सरोज पर दाव खेला है पुष्पेंद्र सरोज भले ही कोई राजनैतिक समझ न हो पर उनके पिता इंद्रजीत सरोज राजनीति के एक मंजे हुए खिलाड़ी है। शायद यही कारण है जिसके चलते सामाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने टीम के सिपाही व कौशाम्बी जनपद के सदर सीट मंझनपुर से विधायक इंद्रजीत सरोज के बड़े बेटे 25 वर्षीय पुष्पेंद्र सरोज को लोकसभा 50 कौशाम्बी से प्रत्याशी बनाया है।
पुष्पेंद्र सरोज के साथ साथ कुशीनगर से अजय प्रताप सिंह उर्फ पिंटू सैंथवार को प्रत्यासी बनाया है पुष्पेंद्र सरोज सपा विधायक व पार्टी महासचिव इंद्रजीत सरोज के बड़े पुत्र हैं। पुष्पेंद्र सरोज की बात करे तो पुष्पेंद्र सरोज मौजूदा समय में वह लंदन की क्वीन मैरी यूनिवर्सिटी से बीएससी अकाउंटिंग एंड मैनेजमेंट की पढ़ाई कर रहे हैं वह मंझनपुर तहसील के नगरेहा खुर्द गांव के रहने वाले हैं मौजूदा समय में वह सुलेम सराय मोहल्ले में अपने परिवार के साथ रहते हैं। माना जा रहा हैं की वह यू पी लोक सभा चुनाव में सबसे युवा प्रत्यासी हैं। जन्म तिथि की बात करे तो 01/03/1999 हैं। पिछले महीने पुष्पेन्द्र सरोज ने अपना 25 वा जन्म दिवस मनाया हैं। राजनैतिक समझ भले ही पुष्पेन्द्र सरोज की छोटी हैं पर उनके पिता ने लोक सभा चुनाव के इस समर में उनको उतारा हैं तो इसके पीछे सामाजवादी पार्टी से इण्डिया गठबंधन होने का लाभ दिखाई दे रहा हैं। फिलहाल कौशाम्बी लोक सभा सीट आसान नहीं होने वाली क्योंकि पुष्पेन्द्र सरोज के सामने राजनीति के एक मंजे हुए खिलाड़ी व दो बार से लगातार कौशाम्बी सांसदी सीट पर भाजपा के विनोद सोनकर काबिज हैं। बात करे लोक सभा चुनाव 2019 की तो 2019 लोक सभा चुनाव में भाजपा के विनोद सोनकर ने इंद्रजीत सरोज को हराकर दूसरी बार कौशाम्बी चुनाव जीता और सांसद की कुर्सी पर कब्जा कर लिया जिसके चलते भाजपा के झोली में कौशाम्बी चली गई। जिसके बाद आज एक बार फ़िर भाजपा के शीर्ष नेताओं ने विनोद सोनकर पर विश्वास जताते हुए। कौशाम्बी लोक सभा सीट 50 से प्रत्यासी बनाया हैं। देखना यह हैं की 2024 लोक सभा चुनाव मे जीत किस पार्टी के खाते में जाएगी ये आने वाले दिनों में जनता तय करेगी।